जबकि कुछ भिक्षु ने चन्द लोगों की भड़काव में आकर तोड़ फोड़ मारपीट, लूटमार व आगजनी जैसी हिंसक गतिविधियों में भाग लिया है, उन्हे समझना चाहिए कि तिब्बत स्वतंत्रता का कोई रास्ता नहीं है, इकटठे होकर तोड़ फोड़ मचाना व लूटमार व आगजनी में शरीक होना एक अपमानित कार्रवाई है।